दशहरा या विजयादशमी भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है। यह पर्व अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक माना जाता है। रावण दहन, शमी पूजा, शस्त्र पूजन और रामलीला की परंपराएं इस दिन विशेष महत्व रखती हैं। साहित्य, कविता, दोहे और शायरी के माध्यम से दशहरे का संदेश लोगों तक पहुँचाना एक अद्भुत परंपरा रही है।
आज के समय में जब सोशल मीडिया पर शुभकामनाएँ और मैसेज साझा किए जाते हैं, तो दोहे और शायरी सबसे प्रभावी माध्यम हैं। इस लेख में हम दशहरा से जुड़े 22 लोकप्रिय दोहे और शायरी 2025 प्रस्तुत कर रहे हैं, जिन्हें आप अपने परिवार, मित्रों और सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
🔹 फीचर्ड स्निपेट के लिए उपयुक्त प्रश्न-उत्तर (Q&A)
प्रश्न: दशहरा पर कौन-कौन से दोहे और शायरी सबसे लोकप्रिय हैं?
उत्तर: दशहरा 2025 पर सबसे लोकप्रिय दोहे और शायरी वे हैं जो भगवान राम की विजय, अच्छाई की जीत और बुराई पर प्रहार को दर्शाते हैं। उदाहरण के लिए:
- “असत्य मिटे, सत्य खिले, यही विजयादशमी का संदेश,
राम नाम से जग महके, मिटे हर दिल का क्लेश।”
1. दशहरा पर 22 चुनिंदा दोहे और शायरी
नीचे दिए गए 22 दोहे और शायरी विशेष रूप से 2025 के लिए तैयार किए गए हैं, जिन्हें आप अपने शुभकामना संदेश, सोशल मीडिया पोस्ट और भाषणों में प्रयोग कर सकते हैं।
✨ दोहे
- “सत्य की शक्ति अटल है, झूठ का न चलता काम,
विजयादशमी की दे रही, राम विजय का नाम।” - “बुराई चाहे बड़ी हो, अच्छाई की जीत,
दशहरा देता सिख यही, सदा रहे मन प्रीत।” - “अहंकार हो रावण सा, अंत मिले विनाश,
नम्रता हो राम जैसी, जीवन बने प्रकाश।” - “राम नाम का मंत्र जब, मन में हो साकार,
हर संकट मिट जाएगा, मिले सदा उद्गार।” - “त्याग, तपस्या, धर्म से, जीवन हो सरस,
दशहरा का यही अर्थ है, बने सभी का रस।” - “पाप मिटे, पुण्य खिले, यही दशहरा मंत्र,
राम जी के आशीष से, जीवन बने सुगंध।” - “शक्ति स्वरूपा माँ दुर्गा, देती जग को बल,
दशहरा पर्व मनाए सब, हर्षित होकर छल।” - “रावण का अंत हुआ, राम का जयगान,
सत्य रहा जग में अमर, यही धर्म का मान।” - “राम की नीति श्रेष्ठ है, जीवन का आधार,
दशहरा सिखलाए हमें, सत्य का सत्कार।” - “विजयादशमी पर्व है, शुभ का सदा संदेश,
राम-रावण कथा कहे, मिटे मन का क्लेश।”
✨ शायरी
“रावण के दहन से मिले यह पैगाम,
सत्य की जीत है सबसे बड़ा इनाम।
दशहरा का पर्व हमें सिखाए यही,
हर दिल में बसाओ श्रीराम।”
“अंधकार मिटे, उजियारा छाए,
हर घर में सत्य का दीप जलाए।
दशहरे का पर्व यही बतलाता,
राम के नाम से जीवन सजाए।”
“जैसे रावण के दंभ को मिटाया राम ने,
वैसे ही मन के बुराई को हराए आज।
विजयादशमी का यह पावन दिन,
लाए हर जीवन में खुशियों का राज।”
“सत्य की राह पर चलो, यही राम की रीति है,
बुराई से लड़ना ही जीवन की नीति है।
दशहरा पर्व पर सबको यही संदेश दें,
अच्छाई ही सदा हमारी जीत है।”
“राम की शक्ति, राम का नाम,
हर संकट में देता आराम।
दशहरे का पर्व कहता यही,
सत्य से बड़ा न कोई काम।”
“बुराई चाहे कितनी भी बड़ी,
सत्य की किरण कभी नहीं झुकेगी।
दशहरे पर यह सच्चाई सीख लो,
राम की तरह विजय तुम्हें मिलेगी।”
“रावण का अंत एक संदेश है,
जीवन का यह बहुत विशेष है।
अहंकार छोड़ो और सत्य अपनाओ,
राम के पथ पर सदा मुस्कुराओ।”
“दशहरा पर्व का यही संदेश,
हर मन से मिटे बुराई का क्लेश।
राम नाम से उजियारा फैले,
हर दिल में सदा प्रेम पले।”
“रावण का दहन है प्रतीक,
सत्य के आगे झुके हर अधम।
दशहरा पर्व का यही संकल्प,
सत्य रहे सदा परम।”
“राम की मर्यादा जीवन में लाओ,
सत्य का दीप हर दिल में जलाओ।
दशहरे का पर्व यही बतलाए,
हर बुराई को साहस से मिटाओ।”
“त्यौहार दशहरे का प्यारा,
लाए जीवन में उजियारा।
राम-रावण की कथा हमें,
सत्य का बनाती सहारा।”
“रावण जलाकर सीख लो यह बात,
जीवन में न रखना कभी घमंड का साथ।
दशहरे का पर्व यही बतलाए,
सत्य और धर्म सदा मुस्कुराए।”
2. दशहरे से जुड़े दोहों का महत्व
- दोहे केवल साहित्यिक आनंद ही नहीं देते बल्कि जीवन की गहराई को सरल शब्दों में व्यक्त करते हैं।
- दशहरे के दोहे बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको प्रेरित करते हैं।
- सोशल मीडिया पर दोहे पोस्ट करना पारंपरिक और आधुनिकता का संगम है।
3. सोशल मीडिया और दशहरा
आजकल लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (X), और व्हाट्सऐप पर दशहरा की शुभकामनाएँ भेजते हैं। दोहे और शायरी इस शुभकामना को और भी यादगार बना देते हैं।
4. निष्कर्ष
दशहरा 2025 पर हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने भीतर के रावण यानी अहंकार, ईर्ष्या और नकारात्मकता को समाप्त करें और राम जैसे गुण – मर्यादा, सत्य और धर्म को अपने जीवन में अपनाएँ।
इन 22 लोकप्रिय दोहे और शायरी को आप अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करके न सिर्फ त्यौहार की खुशी बाँट सकते हैं बल्कि अच्छाई का संदेश भी फैला सकते हैं।