परिचय
भारत के सबसे खतरनाक और जहरीले सांपों में से एक है रसेल वाइपर (Russell’s Viper)। इसे स्थानीय भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, लेकिन इसकी पहचान उसके खास सीटी जैसी आवाज़, जिसे “Whistle of Death” कहा जाता है, से होती है।
ये आवाज़ उस वक्त निकलती है जब यह सांप खतरे में होता है और अपने शिकार या दुश्मन को चेतावनी देता है।
रसेल वाइपर का जहर इंसान के लिए बेहद घातक है और इसके काटने के बाद तुरंत इलाज न मिले तो मौत भी हो सकती है।
रसेल वाइपर का परिचय
वैज्ञानिक नाम और परिवार
- वैज्ञानिक नाम: Daboia russelii
- परिवार: Viperidae
- लंबाई: लगभग 1 मीटर से 1.5 मीटर
- रंग और पहचान: भूरे रंग के शरीर पर गोलाकार या अंडाकार पैटर्न, जो इसे घास और पत्तों में छिपने में मदद करता है।
“व्हिसल ऑफ़ डेथ” क्या है?
1. आवाज़ की प्रकृति
जब रसेल वाइपर खतरे में होता है, तो यह अपने शरीर को फुलाकर तेज़ सीटी जैसी आवाज़ निकालता है।
यह आवाज़ इतनी तेज़ होती है कि दूर से भी सुनाई देती है और यह एक चेतावनी संकेत है कि सांप हमला करने के लिए तैयार है।
2. इस चेतावनी का महत्व
- यह आवाज़ आपको सतर्क करती है कि आप सांप के पास हैं।
- यदि आप इस आवाज़ को सुनते हैं, तो तुरंत वहां से दूर हटना चाहिए।
भारत में रसेल वाइपर का प्रसार
रसेल वाइपर पूरे भारत में पाया जाता है, लेकिन सबसे ज्यादा यह मैदानी और कृषि क्षेत्रों में मिलता है।
- उत्तर भारत: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश
- दक्षिण भारत: तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक
- पूर्वी भारत: पश्चिम बंगाल, असम
- पश्चिम भारत: राजस्थान, गुजरात
रसेल वाइपर के व्यवहारिक लक्षण
1. आक्रामक स्वभाव
यह सांप बिना वजह हमला नहीं करता, लेकिन खतरा महसूस होते ही आक्रामक हो जाता है।
2. दिन और रात दोनों समय सक्रिय
खासकर बारिश और ठंड में यह ज्यादा बाहर आता है।
रसेल वाइपर के काटने के लक्षण
शुरुआती लक्षण
- काटने की जगह पर तेज दर्द और सूजन
- खून बहना शुरू होना
- शरीर में जलन और लालिमा
गंभीर लक्षण
- शरीर में खून का थक्का बनने में दिक्कत
- पेशाब में खून आना
- उल्टी, चक्कर और बेहोशी
- अंग काम करना बंद कर सकते हैं
बचाव के उपाय
1. जंगल या खेत में सतर्कता
- घास या झाड़ियों में चलते समय लाठी से आवाज़ करें
- रात में टॉर्च का इस्तेमाल करें
2. घर के आसपास की सफाई
- कचरा और घास न जमने दें
- चूहे और मेंढक जैसे शिकार को घर के आसपास न रहने दें
3. सांप देखने पर दूरी बनाएँ
कभी भी रसेल वाइपर को छेड़ने या पकड़ने की कोशिश न करें।
काटने पर क्या करें (First Aid)
1. शांत रहें और तुरंत मदद लें
- पीड़ित को शांत रखें
- हिलने-डुलने से बचाएं ताकि जहर तेजी से न फैले
2. प्रभावित अंग को स्थिर करें
- कपड़े या पट्टी से अंग को हल्के से बांधें (टॉर्निकेट का इस्तेमाल न करें)
3. तुरंत अस्पताल जाएं
- रसेल वाइपर के काटने का इलाज केवल एंटी-वेनम से ही संभव है
- देरी से मौत का खतरा बढ़ जाता है
क्या न करें
- जख्म को काटकर जहर चूसना
- बर्फ लगाना
- शराब या कैफीन का सेवन
- पारंपरिक टोने-टोटकों पर भरोसा
रसेल वाइपर से जुड़े रोचक तथ्य
- यह भारत के “बिग फोर” जहरीले सांपों में से एक है (बाकी: कोबरा, क्रेट, सॉ स्केल्ड वाइपर)
- इसका जहर इंसान के शरीर में खून के जमने की प्रक्रिया को रोक देता है
- यह सांप कई मिनट तक “व्हिसल ऑफ़ डेथ” की आवाज़ निकाल सकता है
निष्कर्ष
रसेल वाइपर खतरनाक जरूर है, लेकिन सावधानी और जागरूकता से इससे बचा जा सकता है।
यदि आप इसके “व्हिसल ऑफ़ डेथ” को पहचान लें, तो आप समय रहते अपनी जान बचा सकते हैं।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।